नमस्कार मित्रो,
आज की इस लेखमाला में हम मिथुन लग्न में बुध के प्रभाव का विवेचन करेंगे ।
बुध ग्रह में चंद्र की चंचलता पायी जाती है क्योंकि बुध गुरु की भार्या तारा और चंद्र दोनों के द्वारा सृजित किया गया है इसमें पुरुष और स्त्री दोनों का स्वाभाव पाया जाता हैं ।
मिथुन लग्न की कुण्डली के द्वादश भावो में स्तिथ बुध का फलादेश निम्न प्रकार हैं :-
प्रथम भाव में बुध : मिथुन लग्न में प्रथम भाव में होना जातक के लिए सुख सौभाग्य कारक होता हैं यहाँ पर बुध स्वराशि का होता हैं । जातक को सफल व्यक्ति बनाने में यहाँ बैठा बुध महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं ।
द्वितीय भाव में बुध : यहाँ बैठा बुध शत्रु क्षेत्री होने के कारण धन और कुटुम्ब का सुख देने के साथ ही जातक को माता का साथ अधिक नहीं मिल पाता एवं शारीरिक सुख में भी निरंतर कमी रहती हैं ।
तृतीय भाव में बुध : अपने परम मित्र सूर्य की राशि में बैठने के कारण यहाँ बैठा बुध पराक्रम में वृद्धि करता है तथा माता,भूमि भवन का सुख देता हैं ।
चतुर्थ भाव में बुध : इस भाव में स्वराशि में बैठा बुध जातक को सम्पति शाली बनाता है परंतु घरेलु सुखों में कमी रहती है ।
पंचम भाव में बुध : अपने मित्र शुक्र की राशि पर बैठा बुध जातक को विद्या बुद्धि और सन्तान का लाभ देता हैं ।
छठे भाव में बुध : अपने मित्र मंगल की राशि पर बैठा बुध जातक के शत्रुओं का नाश करता है शत्रुओ की संख्या ज्यादा होने के कारण प्रायः झगडे आदि का कष्ट रहता है ।
सातवे भाव में बुध : मित्र गुरु की राशि पर बैठने के कारण जातक स्वाभिमानी होता है इसी गुण के कारण दैनिक जीवन में सफलता प्राप्त करता है ।
आठवे भाव में बुध : अपने मित्र शनि की राशि पर बैठने के कारण यहाँ बुध जातक को दीर्घजीवी बनाता हैं प्रायः ऐसे जातक अपने जन्म स्थान से दूर ही रहकर अपना जीवन यापन करते हैं ।
नवे भाव में बुध : अपने मित्र शनि की राशि पर बैठने के कारण यहाँ बुध जातक को उसके शारीरिक परिश्रम द्वारा धर्म और भाग्य की उन्नति देता हैं ।
दसवे भाव में बुध : यहाँ बुध जातक को कठोर परिश्रम के मार्ग की और अग्रसर करता हैं ।
ग्यारहवे भाव में बुध : मित्र मंगल की राशि में बैठा बुध जातक की सर्वमनोकामना पूर्ण करता हैं ।
बारहवे भाव में बुध : मित्र शुक्र की राशि पर बैठा बुध जातक का खर्च अधिक करवाता है परंतु जन्म स्थान से दूर रहने पर लाभ भी होता है ।
मित्रो, मैंने आपको मिथुन लग्न की कुण्डली के सभी 12 भावो में बुध के स्तिथ होने का फल बताया यदि आपकी मिथुन लग्न की कुण्डली हैं तो उसमें आप बुध का फल इस लेख के माध्य्म से स्वयं देख सकते हो ।
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