लग्न के अनुसार शनि का प्रभाव इस विषय का विवेचन इस लेख में कर रहा हूँ।
मेष लग्न से लेकर मीन लग्न में शनि का प्रभाव किस स्थान में अधिक फलदायी होता है। यहाँ पर मै आपको लग्न के अनुसार शनि किस स्थान में अधिक फलदायी और प्रभावशाली होता है इसकी जानकारी दे रहा हूँ।
मेष लग्न : मेष लग्न की कुण्डली में शनि लाभ स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
वृष लग्न : वृष लग्न की कुण्डली में शनि दशम स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
मिथुन लग्न : मिथुन लग्न की कुण्डली में शनि का अष्टम स्थान में होना अधिक प्रभावी होता है।
कर्क लग्न : कर्क लग्न की कुण्डली में शनि सप्तम स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
सिंह लग्न : सिंह लग्न की कुण्डली में शनि सप्तम स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
कन्या लग्न : कन्या लग्न की कुण्डली में शनि पंचम स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
तुला लग्न : तुला लग्न की कुण्डली में शनि चतुर्थ स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
वृश्चिक लग्न : वृश्चिक लग्न की कुण्डली में शनि चतुर्थ स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
धनु लग्न : धनु लग्न की कुण्डली में शनि धन स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
मकर लग्न : मकर लग्न की कुण्डली में शनि लग्नस्थ अधिक प्रभावी होता है।
कुम्भ लग्न : कुम्भ लग्न की कुण्डली में शनि द्वादश स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
मीन लग्न : मीन लग्न की कुण्डली में शनि लाभ स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
मित्रो आप अपनी कुण्डली में शनि की स्तिथि की जानकारी प्राप्त करके लग्न के अनुसार शनि आपके लिए प्रभावशाली और शुभ फलदायी है या नहीं इसकी जानकारी स्वयं कर सकते है।
मेष लग्न से लेकर मीन लग्न में शनि का प्रभाव किस स्थान में अधिक फलदायी होता है। यहाँ पर मै आपको लग्न के अनुसार शनि किस स्थान में अधिक फलदायी और प्रभावशाली होता है इसकी जानकारी दे रहा हूँ।
मेष लग्न : मेष लग्न की कुण्डली में शनि लाभ स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
वृष लग्न : वृष लग्न की कुण्डली में शनि दशम स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
मिथुन लग्न : मिथुन लग्न की कुण्डली में शनि का अष्टम स्थान में होना अधिक प्रभावी होता है।
कर्क लग्न : कर्क लग्न की कुण्डली में शनि सप्तम स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
सिंह लग्न : सिंह लग्न की कुण्डली में शनि सप्तम स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
कन्या लग्न : कन्या लग्न की कुण्डली में शनि पंचम स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
तुला लग्न : तुला लग्न की कुण्डली में शनि चतुर्थ स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
वृश्चिक लग्न : वृश्चिक लग्न की कुण्डली में शनि चतुर्थ स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
धनु लग्न : धनु लग्न की कुण्डली में शनि धन स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
मकर लग्न : मकर लग्न की कुण्डली में शनि लग्नस्थ अधिक प्रभावी होता है।
कुम्भ लग्न : कुम्भ लग्न की कुण्डली में शनि द्वादश स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
मीन लग्न : मीन लग्न की कुण्डली में शनि लाभ स्थान में अधिक प्रभावी होता है।
मित्रो आप अपनी कुण्डली में शनि की स्तिथि की जानकारी प्राप्त करके लग्न के अनुसार शनि आपके लिए प्रभावशाली और शुभ फलदायी है या नहीं इसकी जानकारी स्वयं कर सकते है।
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