सबसे पहला ग्रहण दिनाँक 05 जून 2020 को चन्द्र ग्रहण होगा जो रात्रि के 11 बजकर 14 मिनट से प्रारम्भ होगा और इसका मोक्ष 06 जून 2020 को 02 बजकर 34 मिनट पर होगा।
इस ग्रहण काल में 3 ग्रह वक्री रहेंगे जिनमे शुक्र, शनि और बृहस्पति मुख्यतः होंगे लेकिन इस समय शुक्र अस्त रहेगा।
यह ग्रहण काल वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र पर और वृश्चिक लग्न वाले जातकों के लिए अमंगलकारी रहेगा। इसलिए वृश्चिक राशि या वृश्चिक लग्न और ज्येष्ठा नक्षत्र में जन्मे जातको को अत्यधिक सावधान रहना होगा।
दूसरा ग्रहण दिनाँक 21 जून 2020 को सूर्य ग्रहण होगा जो प्रातः 10 बजकर 13 मिनट से प्रारम्भ होकर दोपहर 01 बजकर 30 मिनट पर इसका मोक्ष होगा। इसका सूतक काल 20 जून 2020 को रात्रि 10 बजकर 13 मिनट से प्रारम्भ हो जायेगा।
इस ग्रहण काल में 6 ग्रह बुध, बृहस्पति, शुक्र,शनि,राहु और केतु वक्री रहेंगे।
यह ग्रहण काल मिथुन राशि और मृगशिरा नक्षत्र पर रहेगा जिसका असर पुरे विश्व पर दिखाई देगा खासकर पश्चमी देशों पर विशेष असर रहेगा महा विनाशकारी भूकंप, चक्रवाती तूफान, प्राक्रतिक आपदा और युद्ध आदि की पूर्ण संभावनाये रहेगी।
तीसरा ग्रहण दिनाँक 05 जुलाई 2020 को प्रातः 08 बजकर 35 मिनट से 11 बजकर 25 मिनट तक रहेगा लेकिन यह भारत में दिखाई नहीं देगा इस लिए इसका सूतक आदि भारत में मान्य नहीं होंगे लेकिन यह भी प्रबल विनाशक साबित होगा।
विश्व की महाशक्तियों में प्रतिद्वंदिता बढ़ेगी इसी दौरान वे एक दूसरे पर हमला भी कर सकते हैं क्योंकि इसी मंगल और सूर्य का राशि परिवर्तन होगा। बृहस्पति धनु में वक्री रहेंगे और शुक्र मार्गी होगा तो चार ग्रह अपनी चाल और राशिया बदलेंगे तो वैश्विक उथलपुथल तो मचेगी।
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