शुक्र का मकर राशि में गोचर

 

शुक्र का मकर राशि में गोचर








वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र लाभदाता ग्रह माना गया है। यह वृषभ एवं तुला राशि का स्वामी है। शुक्र मीन राशि में उच्च भाव में रहता है और कन्या राशि में नीच भाव में रहता है।

बुध और शनि शुक्र के मित्र ग्रह हैं जबकि सूर्य और चंद्र शत्रु ग्रह हैं तथा बृहस्पति सम ग्रह माना जाता है।

ज्योतिष के अनुसार शुक्र रोमांस, कामुकता, कलात्मक प्रतिभा, शरीर और भौतिक जीवन की गुणवत्ता, धन, विपरीत लिंग, खुशी और प्रजनन और ललित कला, संगीत, नृत्य, चित्रकला और मूर्तिकला का प्रतीक है।

जिनकी कुण्डली में शुक्र उच्च भाव में रहता है उन लोगों के लिए प्रकृति की सराहना करना एवं सौहार्दपूर्ण संबंधों का आनंद लेने की संभावना रहती है। 

शुक्र के नक्षत्र 

1 भरणी

2 पूर्वा फाल्गुनी

3 पूर्वाषाढ़ा

शुक्र के स्थान

शुभ स्थान : द्वितीय, तृतीय, सप्तम एवं द्वादश
अशुभ स्थान : छठा एवं अष्टम
मध्यम स्थान : प्रथम, चतुर्थ, पंचम, नवम, दशम एवं एकादश

27 फरवरी 2022 को शुक्र मकर राशि में गोचर करने जा रहा हैं जिसका सभी बारह राशियों पर क्या प्रभाव पड़ने वाला हैं उसका विवेचन निम्नलिखित है :-

मेष राशि
शुक्र द्वितीय भाव और सप्तम भाव के स्वामी होकर अब कर्म स्थान में विराजमान रहेंगे।
वृषभ राशि
शुक्र लग्न और षष्टम भाव के स्वामी होकर अब भाग्य स्थान में विराजमान रहेंगे।
मिथुन राशि
शुक्र पंचम भाव और द्वादश भाव के स्वामी होकर अष्टम भाव में विराजमान रहेंगे।
कर्क राशि
शुक्र चतुर्थ भाव और एकादश भाव के स्वामी होकर अब सप्तम भाव में विराजमान रहेंगे।
सिंह राशि
शुक्र तृतीय भाव और दशम भाव के स्वामी होकर अब षष्टम भाव में विराजमान रहेंगे।
कन्या राशि
शुक्र द्वितीय भाव और नवम भाव के स्वामी होकर अब पंचम भाव में विराजमान रहेंगे।
तुला राशि
शुक्र लग्न और अष्टम भाव के स्वामी होकर अब चतुर्थ भाव में विराजमान रहेंगे।
वृश्चिक राशि
शुक्र द्वादश भाव और सप्तम भाव के स्वामी होकर अब तृतीय भाव में विराजमान रहेंगे।
धनु राशि
शुक्र एकादश भाव और षष्टम भाव के स्वामी होकर अब द्वितीय भाव में विराजमान रहेंगे।
मकर राशि
शुक्र दशम भाव और पंचम भाव के स्वामी होकर अब आपके लग्न में विराजमान रहेंगे।
कुम्भ राशि
शुक्र नवम भाव और चतुर्थ भाव के स्वामी होकर अब द्वादश भाव में विराजमान रहेंगे।
मीन राशि
शुक्र अष्टम भाव और तृतीय भाव के स्वामी होकर एकादश भाव में विराजमान रहेंगे।

यदि शुक्र का यह गोचर आपके अशुभ स्थान पर हो रहा हैं तो इसके लिए आप ज्योतिषीय सलाह लेकर इसको अपने अनुकूल करने हेतु आपको उपाय अवश्य करने चाहिए।

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