ग्रह अनुसार वास्तु योग :-
1 जिसकी पत्रिका में शुक्र दूसरे घर में बैठा हो तो उस जातक का मकान गउमुखी होगा यानि की आगे का हिस्सा छोटा और पिछला हिस्सा बड़ा होगा ।
2 लग्न में शनि अशुभ हो तो पश्चिम के द्वार का मकान बीमारी और परेशानी देगा
3 शनि अगर दूसरे घर में हो तो आपका मकान जैसा बना हे वैसा ही रहने दे आपके लिए उत्तम रहेगा
4 जिसकी पत्रिका में शनि अगर 10 वे घर में हो तो उस जातक को 111 नंबर हमेशा शुभत्व प्रदान करेगा
5 जिसकी पत्रिका में बुध ग्रह या केतु ग्रह दूसरे चौथे आठवे बारहवे घर में विराजमान हो तो उस जातक को अपने घर में कुत्ता नहीं पालन चाहिए।
6 घर में किसी भी प्रकार के वास्तु दोष के निवारण हेतु गंगाजल में गौ मूत्र मिलाकर छिड़काव करना चाहिए
ग्रह और वास्तु
1 सूर्य आपकी पत्रिका में यदि 5 वे घर में हो तो घर की पूर्वी दीवार में रसोई का बनाना अति उत्तम होता हैं
2 सूर्य और बुध आपकी पत्रिका में कमजोर हो तो घर में पीतल के बर्तनों का अधिक उपयोग करना हितकारी होता हैं
3 आपकी पत्रिका में यदि चंद्र अस्त हो तो शुद्ध चाँदी रखना व माता की सेवा करने से आपका भाग्य उदय होगा
4 आपकी पत्रिका में यदि मंगल अशुभ हो तो कुमारी पूजन करके उनका आशीर्वाद लेने से स्वयं का घर बनता हैं
5 आपकी पत्रिका में यदि गुरु 7 वे घर में हो तो घर में लाल रंग कभी नहीं करवाना चाहिए
6 अपने घर में पूजा स्थान या पूर्वी दिशा में एक मोर पँख सदैव रखे।
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